
झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSSY) के लाभुकों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने फैसला लिया है कि अब बकाया राशि लाभुकों को एक साथ दी जाएगी। फिलहाल, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के निर्देशानुसार, जिलों में आवेदनों का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लाभुकों को जनवरी और फरवरी महीने की राशि एक साथ मिलेगी। हालांकि, इसके लिए बैंक खाता का आधार से जुड़ा होना अनिवार्य किया गया है।
क्या है मंईयां सम्मान योजना (JMMSSY)?
झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महिला कल्याण योजना है। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। यह योजना मुख्य रूप से विधवाओं, परित्यक्ताओं और वृद्ध महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
बकाया राशि एक साथ मिलने से मिलेगी राहत
सरकार ने यह तय किया है कि जिन लाभुकों की राशि अभी तक रुकी हुई थी, उन्हें एक साथ भुगतान किया जाएगा। लेकिन जिन लाभुकों का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिल पाएगा।

बैंक खाता आधार से लिंक करना क्यों जरूरी?
योजना के तहत लाभुकों को सरकार डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से राशि भेजती है। यदि बैंक खाता आधार से जुड़ा नहीं होगा, तो सरकारी फंड का गलत इस्तेमाल हो सकता है। सत्यापन के दौरान यह देखा गया कि कई लाभुकों ने एक से अधिक आवेदन किए हैं और कुछ पुरुषों ने भी इस योजना का लाभ लेने की कोशिश की है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए सरकार ने यह अनिवार्य कर दिया है कि सभी लाभुकों के बैंक खाते को 31 मार्च तक आधार से लिंक कराना होगा।
बैंक खाता आधार से कैसे लिंक करें?
अगर आपका बैंक खाता अभी तक आधार से नहीं जुड़ा है, तो आप नीचे दिए गए किसी भी माध्यम से इसे लिंक करा सकते हैं:
- बैंक शाखा जाकर: अपने बैंक की नजदीकी शाखा में जाएं और आधार लिंकिंग फॉर्म भरें।
- इंटरनेट बैंकिंग: अगर आपका नेट बैंकिंग एक्टिव है, तो आप ऑनलाइन आधार लिंक कर सकते हैं।
- SMS के जरिए: कई बैंक आधार लिंकिंग की सुविधा SMS के माध्यम से भी देते हैं।
- ATM के जरिए: कुछ बैंकों में ATM मशीन से भी आधार लिंक करने की सुविधा होती है।
- UMANG ऐप या आधार सेवा केंद्र: आप सरकारी ऐप UMANG या आधार सेवा केंद्र से भी आधार-बैंक लिंकिंग कर सकते हैं।
योजना के तहत आवेदन और सत्यापन प्रक्रिया
झारखंड सरकार द्वारा संचालित इस योजना के लिए अब तक 67.60 लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से कई आवेदनों की सत्यापन प्रक्रिया अभी जारी है। सत्यापन के दौरान कई गड़बड़ियां भी सामने आई हैं, जैसे:
- एक नाम से कई आवेदन जमा करना
- एक ही बैंक खाता से कई आवेदन जमा होना
- योजना का लाभ पुरुषों द्वारा लेना
कब तक पूरी होगी सत्यापन प्रक्रिया?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि सत्यापन प्रक्रिया फरवरी के अंत तक पूरी कर ली जाएगी। यदि यह प्रक्रिया मार्च से पहले पूरी होती है, तो लाभुकों को दो महीने की राशि एक साथ मिल जाएगी।
लाभुकों के लिए यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है?
- आर्थिक सुरक्षा: जरूरतमंद महिलाओं को यह योजना आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है।
- सरल प्रक्रिया: सरकार बिना किसी बिचौलिए के सीधे लाभुकों के खाते में पैसा भेज रही है।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: यह योजना महिलाओं को सशक्त और स्वतंत्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
क्या करना चाहिए यदि राशि न मिले?
यदि आपको अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला है, तो आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- जिला कार्यालय में संपर्क करें: अपने जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग से जानकारी लें।
- आधार लिंकिंग की पुष्टि करें: अपने बैंक जाकर चेक करें कि आपका खाता आधार से जुड़ा है या नहीं।
- ऑनलाइन स्टेटस चेक करें: सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन करके अपने आवेदन की स्थिति देखें।
योजना से संबंधित मुख्य तथ्य:
बिंदु | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSSY) |
लाभार्थी | विधवा, परित्यक्ता और वृद्ध महिलाएं |
आवेदन की संख्या | 67.60 लाख (अब तक) |
सत्यापन में गड़बड़ी | एक नाम से कई आवेदन, पुरुषों का आवेदन, आधार से लिंक न होना |
बैंक खाता आधार लिंकिंग की समय सीमा | 31 मार्च 2025 |
भुगतान का तरीका | डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) |
निष्कर्ष
झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना लाखों जरूरतमंद महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता योजना है। सरकार ने लाभुकों को एक साथ बकाया राशि देने का निर्णय लिया है, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, यह तभी संभव होगा जब लाभुकों का बैंक खाता आधार से जुड़ा होगा। इसलिए, सभी लाभुकों को 31 मार्च तक आधार लिंकिंग प्रक्रिया पूरी करने की सलाह दी जाती है।