
झारखंड सरकार की मँईया सम्मान योजना के तहत लाभुकों को एकमुश्त 7500 रुपए मिलने की संभावना है। योजना के तहत अभी तक 40 लाख महिलाओं के बैंक खाते आधार से लिंक हो चुके हैं, जबकि 20 लाख लाभुकों के खाते अब भी जुड़ने बाकी हैं। सत्यापन पूरा होने के बाद ही बकाया राशि लाभुकों के खाते में भेजी जाएगी।
योजना की महत्वपूर्ण बातें
बिंदु | विवरण |
---|---|
1.राशि वितरण | दिसंबर तक की राशि पहले ही लाभुकों को मिल चुकी है। |
2.बकाया राशि | जनवरी, फरवरी और मार्च की राशि बकाया है, जिसे एक साथ ट्रांसफर किया जा सकता है। |
3.फंड आवंटन | मार्च तक की राशि पहले ही जिलों को उपलब्ध करा दी गई थी। |
4.आधार लिंक | आधार से लिंक न होने वाले खातों में राशि ट्रांसफर नहीं की जा सकती। |
5.सत्यापन आवश्यक | सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही राशि ट्रांसफर होगी। |

सत्यापन प्रक्रिया में देरी
समाज कल्याण विभाग ने जनवरी में ही सत्यापन कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक कई जिलों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। सत्यापन कार्य में देरी के कारण अभी तक राशि ट्रांसफर नहीं हो पाई है। विभाग द्वारा जिलों को कई बार रिमाइंडर भी भेजे गए हैं, लेकिन प्रक्रिया अंतिम चरण में ही अटकी हुई है।
झारखंड के विभिन्न जिलों में मिल रही हैं गड़बड़ियां
सरकार की इस योजना का लाभ सही लोगों तक पहुँचे, इसके लिए सख्त जांच की जा रही है। सत्यापन के दौरान कई जिलों में अनियमितताओं का खुलासा हुआ है।
जिला | गड़बड़ियों की जानकारी |
---|---|
1.रामगढ़ | 1050 लाभुक दूसरे लाभुक की राशि ले रहे हैं, 2750 लोगों ने दो बैंक खातों का उपयोग कर आवेदन दिया, मृत महिला के खाते में राशि ट्रांसफर हुई |
2.पलामू | 584 अयोग्य लोगों ने मँईया सम्मान योजना की राशि प्राप्त की, सरकारी नौकरी वाले लोगों के परिवार के सदस्यों ने भी लाभ लिया |
3.लातेहार | 312 अयोग्य लाभुक सत्यापन के दौरान पकड़े गए, सरकारी नौकरी वाले, पारा शिक्षक, साहियका-सेविका भी लाभार्थियों में शामिल |
4.गढ़वा | 89 अपात्र लाभुक सत्यापन के दौरान मिले, 11 बैंक खातों में 43 लाभुकों की राशि भेजी जा रही थी, एक सीएससी संचालक ने अपने खाते में 46 लाभुकों की राशि जमा कराई, 29 लाभुकों से राशि वापस भी ली गई |
5.हजारीबाग | योजना का लाभ महिलाओं की जगह पुरुषों को मिल रहा था, अब तक 9471 फर्जी आवेदन पकड़े गए |
6.बोकारो | बंगाल के एक व्यक्ति ने एक ही बैंक अकाउंट का उपयोग कर 95 बार आवेदन किया, जिले में 11,000 से अधिक डुप्लीकेट आवेदन पाए गए, सत्यापन के दौरान कई लाभुकों के राशन कार्ड नंबर फर्जी पाए गए |
समाधान के लिए सरकार की पहल

राज्य सरकार योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लगातार कार्य कर रही है। गलत तरीके से लाभ लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
समाधान | विवरण |
---|---|
1.सत्यापन तेज | सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने के लिए जिलों को निर्देश दिया गया है। |
2.राशि वापसी | अपात्र लाभुकों से राशि वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है। |
3.आधार लिंकिंग | आधार लिंक न होने के कारण लाभ से वंचित लाभुकों को शीघ्र लिंक करने की अपील की गई है। |
एकमुश्त राशि मिलने की संभावना
अगर सत्यापन प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाती है, तो लाभुकों को जनवरी, फरवरी और मार्च की राशि एक साथ दी जा सकती है। इससे प्रत्येक लाभुक को कुल 7500 रुपए की राशि एकमुश्त मिल सकती है।
निष्कर्ष
मँईया सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। हालांकि, सत्यापन में हो रही देरी और गड़बड़ियों के कारण लाभुकों को समय पर राशि नहीं मिल पा रही है। सरकार इस योजना को पारदर्शी बनाने के लिए सख्त कदम उठा रही है ताकि सही लाभार्थियों को ही इसका लाभ मिल सके।