यूपी के किसानों के लिए खुशखबरी! लहसुन की खेती पर मिलेगा 12,000 रुपये तक का अनुदान

सरकार की नई योजना से किसानों को होगा बड़ा फायदा

उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। राज्य में लहसुन की खेती को बढ़ावा देने और इसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रति हेक्टेयर 12,000 रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा।

यह योजना राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत चलाई जा रही है, जिसमें राज्य के 45 जिलों को शामिल किया गया है। सरकार का उद्देश्य किसानों को लहसुन की खेती के लिए आर्थिक सहायता देना और इसके उत्पादन में आत्मनिर्भरता लाना है।

पिछले कुछ वर्षों में लहसुन की कीमतें आसमान छू रही थीं, जिससे आम जनता और किसानों दोनों को परेशानी हुई। इस समस्या को हल करने के लिए यूपी सरकार ने किसानों को प्रोत्साहित करने और देश में लहसुन उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है।

किन जिलों को किया गया है चयनित?

क्षेत्रचयनित जिले
1.पूर्वांचलवाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, प्रयागराज, कौशांबी
2.बुंदेलखंडबांदा, हमीरपुर, जालौन, चित्रकूट, महोबा, ललितपुर, झांसी
3.मध्य यू.पी.लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, सुल्तानपुर, अयोध्या
4.पश्चिम यू.पी.कानपुर, इटावा, मैनपुरी, हाथरस, कन्नौज, फर्रुखाबाद, मेरठ, सहारनपुर
5.अन्य जिलेबरेली, मुरादाबाद, मथुरा, आगरा, गाजियाबाद

कैसे करें आवेदन?

आवेदन प्रक्रियाविवरण
1.ऑफलाइन आवेदनकिसान अपने नजदीकी जिला उद्यान अधिकारी (DHO) कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
2.ऑनलाइन आवेदनकिसान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
3.वेबसाइट लिंकhttp://dbt.uphorticulture.in

योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

दस्तावेज का नामविवरण
1.आधार कार्डपहचान प्रमाण के लिए आवश्यक
2.जमीन के दस्तावेजखसरा-खतौनी की प्रति
3.बैंक खाता विवरणअनुदान की राशि प्राप्त करने के लिए
4.पासपोर्ट साइज फोटोआवेदन प्रक्रिया के लिए आवश्यक
5.मोबाइल नंबरपंजीकरण और अपडेट्स के लिए

लहसुन की खेती के लिए जरूरी टिप्स

टिप्सविवरण
1.उचित मिट्टी का चयनलहसुन के लिए दोमट और बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।
2.बीज की सही मात्राप्रति हेक्टेयर 500-600 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
3.समय पर सिंचाईलहसुन की खेती के लिए 10-12 सिंचाइयों की जरूरत होती है।
4.खरपतवार नियंत्रणसमय-समय पर खरपतवार निकालें ताकि पौधों की वृद्धि अच्छी हो सके।
5.उचित खाद और उर्वरकजैविक खाद का प्रयोग करें ताकि मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।

योजना का लाभ कैसे मिलेगा?

सरकार ने प्रति हेक्टेयर खेती की अनुमानित लागत 30,000 रुपये तय की है। इसमें किसानों को 40% तक की सब्सिडी दी जाएगी, जो अधिकतम 12,000 रुपये प्रति हेक्टेयर होगी।

  • सब्सिडी की राशि12,000 रुपये प्रति हेक्टेयर
  • न्यूनतम खेती की सीमा0.2 हेक्टेयर
  • अधिकतम खेती की सीमा4.0 हेक्टेयर

इसके अलावा, सरकार किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज भी उपलब्ध कराएगी, जिनकी कीमत 370-390 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित की गई है।

लहसुन उत्पादन बढ़ने से क्या होंगे फायदे?

👉 कीमतों में स्थिरता आएगी – अधिक उत्पादन होने से बाजार में लहसुन की उपलब्धता बनी रहेगी और दाम नियंत्रित रहेंगे।
👉 आयात पर निर्भरता कम होगी – भारत अभी भी कुछ मात्रा में लहसुन का आयात करता है, जो इस योजना से कम हो सकता है।
👉 रोजगार के अवसर बढ़ेंगे – लहसुन की खेती से स्थानीय मजदूरों और किसानों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
👉 ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी – किसानों की आय बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास होगा।

सरकार का उद्देश्य और किसानों के लिए संदेश

यूपी सरकार इस योजना के माध्यम से राज्य को लहसुन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। सरकार का मानना है कि किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं

सरकार का संदेश:
अगर आप भी लहसुन की खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और सरकार की सब्सिडी का लाभ उठाएं!

निष्कर्ष

लहसुन की खेती करने वाले किसानों के लिए यह योजना एक सुनहरा अवसर है। अगर आप यूपी में लहसुन की खेती करते हैं या इसे शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह अनुदान योजना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है।

👉योजना का लाभ उठाने के लिए जल्दी आवेदन करें
👉नजदीकी उद्यान अधिकारी कार्यालय में संपर्क करें या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें
👉सरकारी अनुदान और उच्च गुणवत्ता वाले बीज का लाभ उठाकर अधिक मुनाफा कमाएं

👉तो देर किस बात की? आज ही आवेदन करें और सरकार की इस शानदार योजना का हिस्सा बनें!

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