
राजस्थान समाचार:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत देते हुए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की आवेदन तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी 2025 कर दी है। पहले यह तिथि 22 जनवरी निर्धारित थी, जिसे पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के निर्देश पर बढ़ाया गया है। इस योजना के तहत राज्य में 21 लाख दुधारू पशुओं का बीमा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का उद्देश्य
यह योजना पशुपालकों को आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करने और उनके अमूल्य पशुधन को आकस्मिक नुकसान से बचाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। 2024-25 के राज्य बजट (बिंदु संख्या-132) में इस योजना की घोषणा की गई थी।
योजना के तहत, राज्य के गाय, भैंस, बकरी, भेड़ और ऊंट जैसे पशुओं का बीमा किया जाएगा। बीमा की प्रक्रिया ट्रस्ट मोड के तहत राज्य बीमा एवं प्रावधानी निधि विभाग द्वारा संचालित की जा रही है। इस योजना पर 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

योजना के लाभ
- आर्थिक सुरक्षा:
आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में पशुपालकों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। - पशुधन की सुरक्षा:
राज्य के लाखों पशुपालकों के पशुओं का बीमा कर उन्हें जोखिम कवर प्रदान किया जाएगा। - समग्र विकास:
योजना पशुपालन को प्रोत्साहित करेगी और पशुपालकों की आय में वृद्धि करेगी।
बीमा कवरेज और पशुओं का वर्गीकरण
योजना के तहत विभिन्न प्रकार के पशुओं का बीमा किया जाएगा, जिनका विवरण निम्नलिखित है:
क्र.सं. | पशु का प्रकार | बीमा मूल्य निर्धारण | अधिकतम राशि |
---|---|---|---|
1 | गाय (दुधारू) | प्रति लीटर/दिन के हिसाब से ₹3000 | ₹40,000 प्रति पशु |
2 | भैंस (दुधारू) | प्रति लीटर/दिन के हिसाब से ₹4000 | ₹40,000 प्रति पशु |
3 | बकरी (मादा) | — | ₹4,000 प्रति पशु |
4 | भेड़ (मादा) | — | ₹4,000 प्रति पशु |
5 | ऊंट (नर/मादा) | — | ₹40,000 प्रति पशु |
महत्वपूर्ण:
मूल्य निर्धारण में किसी विवाद की स्थिति में संबंधित पशु चिकित्सक का निर्णय अंतिम और मान्य होगा।
कैसे करें आवेदन?
- ऑनलाइन पंजीकरण:
पशुपालक सरकारी पोर्टल पर जाकर मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। - दस्तावेज आवश्यकताएँ:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पशु का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नजदीकी पशुपालन कार्यालय:
इच्छुक पशुपालक नजदीकी पशुपालन कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
योजना की अनूठी विशेषताएँ
- बीमा योजना में पशु की आकस्मिक मृत्यु को कवर किया जाएगा।
- पशुपालक को बीमा राशि सीधे बैंक खाते में दी जाएगी।
- पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना पशुपालकों के लिए आर्थिक सुरक्षा की एक प्रभावी पहल है। आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी 2025 करना, सरकार का पशुपालकों को राहत देने का सकारात्मक कदम है।
पशुपालकों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन कर अपने पशुधन को सुरक्षित करने का अवसर नहीं गंवाना चाहिए।